व्यापमं 9 को होने वाली टीईटी नहीं टालेगा, हॉल में क्षमता से 50% बैठेंगे
कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के बाद जिला प्रशासन से स्कूल बंद करने के आदेश जारी हुए हैं। वहीं दूसरी ओर 10 जनवरी से दसवीं-बारहवीं का प्रैक्टिकल एग्जाम स्कूलों में होना है। लेकिन स्कूल बंद होने की वजह से अब इस एग्जाम को लेकर संशय की स्थिति बनी है। माना जा रहा है कि यह परीक्षा टल सकती है। एक-दो दिन में इस पर निर्णय हो सकता है। व्यापमं की परीक्षाएं निर्धारित तारीख के अनुसार होगी। शिक्षक पात्रता परीक्षा यानी टीईटी 9 जनवरी का आयोजित की जाएगी। इसके लिए तैयारी की जा रही है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कोरोना-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए व्यापमं की परीक्षाएं 50 प्रतिशत बैठक क्षमता के साथ आयोजित की जाए। व्यापमं से 9 जनवरी को टीईटी होगी। मार्च 2020 में यह परीक्षा होने वाली थी। लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से वर्ष 2021 तक टीईटी नहीं हुई। अब 9 जनवरी 2022 को टीईटी की तैयारी की गई है। कोरोना के मामले आने के बाद संशय की स्थिति बन रही थी। लेकिन अब यह साफ हो गया है कि टीईटी 9 को होगी। कक्षा पहली से पांचवी और छठवीं से आठवीं के लिए टीईटी आयोजित की जाती है।
इसमें क्वालिफाई करने वाले परीक्षार्थियों को अध्यापन की पात्रता मिलती है। दो पालियों में टीईटी होगी। प्रति पाली पौने दो लाख परीक्षार्थी हैं। 50 प्रतिशत बैठक क्षमता के साथ परीक्षा का आयोजन किया जाना है, उधर परीक्षार्थियों की संख्या अधिक है। इसलिए परीक्षा केंद्रों की संख्या 400 से अधिक हो सकती है। इसी तरह 23 जनवरी को पर्यवेक्षक भर्ती के लिए व्यापमं से परीक्षा का आयोजन किया जाना है। इस परीक्षा में करीब ढ़ाई लाख परीक्षार्थी हैं। इनके लिए बड़ी संख्या में परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे।
लगातार कोरोना केस बढ़ने से प्रैक्टिकल पर सस्पेंस
दसवीं-बारहवीं के प्रैक्टिकल एग्जाम व प्रोजेक्ट वर्क परीक्षा के लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल ने कुछ दिन पहले शेड्यूल जारी किया था। इसके मुताबिक 10 जनवरी से 30 जनवरी तक स्कूलों में इन परीक्षाओं का आयोजन किया जाना है। इसके लिए स्कूलों ने तैयारी की। लेकिन कोरोना के मामले बढ़ने के साथ ही प्रैक्टिकल एग्जाम को लेकर दुविधा की स्थिति बनी है। मंडल के अधिकारियों का कहना है कि प्रैक्टिकल एग्जाम ग्रुप बनाकर आयोजित किए जा सकते हैं। यानी फिर कोरोना को लेकर स्थिति सामान्य होने पर अगले महीने हो सकते हैं। इस संबंध में एक-दो दिन में निर्णय लिया जाएगा।
पिछली बार ऑनलाइन हुई थी रविवि की परीक्षाएं
कोरोना संक्रमण की वजह से पिछली बार रविवि व इससे जुड़े कॉलेजों की परीक्षाएं ऑनलाइन मोड में हुई। छात्राें ने घर बैठक पेपर लिखा। रविवि के अलावा अन्य राजकीय विवि में भी इसी फार्मूले से परीक्षा हुई। इस बार रविवि ने ऑफलाइन मोड में परीक्षा की तैयारी की। इसके लिए समय-सारणी जारी की जा चुकी है। 23 जनवरी से परीक्षा होगी। कोरोना के मामले बढ़ने के साथ इस परीक्षा के आयोजन को लेकर संशय बना है। हालांकि, यह माना जा रहा है कि परीक्षा का आयोजन इस बार ऑफलाइन मोड में ही होगा। छात्रों को केंद्र में आकर पेपर देना होगा।
जनवरी के साथ ही स्कूल से लेकर कॉलेज तक शुरू हो जाती है परीक्षाएं
जनवरी शुरू होने के साथ ही परीक्षाओं का मौसम शुरू हो जाता है। स्कूल से लेकर कॉलेजों तक की परीक्षाएं शुरू होती है। हर साल दसवीं-बारहवीं के लिए जनवरी में प्रैक्टिकल होते हैं। जनवरी के आखिरी सप्ताह फरवरी में प्री-बोर्ड एग्जाम। कॉलेजों व विश्वविद्यालयों में सेमेस्टर एग्जाम की शुरुआत भी दिसंबर-जनवरी से होती है। स्कूल व कॉलेज की परीक्षाओं का यह सिलसिला अप्रैल-मई तक चलता है। लेकिन एग्जाम शुरू होने से पहले एक बार फिर कोरोना का साया पड़ गया है। इससे परीक्षाओं पर असर पड़ेगा। परीक्षा की तारीखें आगे पढ़ाई जा सकती है।
कॉलेज में पढ़ने वाले जिले के 373 छात्र अभी तक कोरोना संक्रमित
18 वर्ष से अधिक आयु के छात्र यानी कॉलेज में पढ़ने वाले जिले के 373 छात्र कोरोना से संक्रमित हुए हैं। यह संख्या पिछले पांच दिनों का है। इसमें आईआईटी के अलावा विभिन्न कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं शामिल हैं। बुधवार को रायपुर में करीब 500 कोरोना के मरीज मिले है। इनमें छोटे-बड़े 60 बच्चे भी शामिल है। इसके अलावा आईटीआई हॉटल सेजबहार में 10 केस और मिले है। राजधानी में बच्चों के संक्रमित होने के मामले लगातार बढ़ रहे है। नए मरीजों में अब तक 12 प्रतिशत के अधिक बच्चे मिल रहे हैं। अभी तक एक क्लस्टर में जीईसी सेजबहार के हॉस्टल में मरीज मिले हैं। छात्र और स्टाफ मिलाकर 80 संक्रमित निकले हैं। उनके संपर्क की 5 दिन से ट्रेसिंग की जा रही है।
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